June 25, 2025
चारधाम यात्रा से पहले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की बड़ी तैयारी, सात जिलों में होगी मॉक ड्रिल..

चारधाम यात्रा से पहले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की बड़ी तैयारी, सात जिलों में होगी मॉक ड्रिल..

 

 

 

उत्तराखंड: आगामी चारधाम यात्रा के दौरान आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 24 अप्रैल को उत्तराखंड के सात जिलों में व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस अभ्यास की तैयारियों में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) जुटा हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने शनिवार को इस मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। यह मॉक ड्रिल राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। सचिव सुमन ने कहा कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की प्राकृतिक या मानवीय आपदा की स्थिति में प्रशासन की तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमता को परखना है। यह अभ्यास विशेष रूप से भूस्खलन, भारी वर्षा, सड़क अवरोध, और चिकित्सा आपात स्थितियों के परिप्रेक्ष्य में किया जाएगा। ड्रिल के दौरान संबंधित जिलों में प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवा, सेना तथा अन्य राहत एजेंसियों के बीच समन्वय और त्वरित कार्रवाई की क्षमता की जांच की जाएगी। साथ ही, यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, प्राथमिक उपचार और आपातकालीन संचार व्यवस्था की प्रभावशीलता को भी परखा जाएगा। यह मॉक ड्रिल चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी आपदा की स्थिति में जनहानि को न्यूनतम रखने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।

मॉक ड्रिल चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों में होगी। शनिवार को आईटी पार्क स्थित यूएसडीएमए भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सभी यात्री एक सुरक्षित वातावरण में यात्रा पूरी करें। उनका कहना हैं कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार आपदा प्रबंधन विभाग सभी आवश्यक तैयारियों को पुख्ता कर रहा है। सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपदा की किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए जमीनी स्तर पर ठोस योजना और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र विकसित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

 

आपदाओं के अलग-अलग दृश्य तैयार होंगे..

बता दे कि सभी जिलों को आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से चारधाम यात्रा का डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान और एसओपी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। यह मॉक ड्रिल सात जिलों में होगी। विभिन्न जिलों में अलग-अलग आपदाओं को लेकर दृश्य तैयार किए जाएंगे। यह देखा जाएगा की राहत और बचाव दलों द्वारा कितनी त्वरित गति से कार्य किया गया तथा कहां कमियां रहीं। जहां-जहां भी कमियां रहेंगी, उन्हें दुरुस्त कर चारधाम यात्रा संचालन को लेकर प्रभावी रणनीति बनाई जाएगी।

 

 

 

 

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *