May 16, 2025
sanskrit village

उत्तराखंड में बनेगा हर जिले में एक ‘संस्कृत ग्राम’, धामी कैबिनेट ने दी मंज़ूरी..

 

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है, जहां गांवों में आम जनसंवाद संस्कृत में सुनाई देगा। राज्य के संस्कृत शिक्षा विभाग ने “संस्कृत ग्राम” की योजना पर काम शुरू कर दिया है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस योजना को सैद्धांतिक मंज़ूरी दी गई है। इस योजना के तहत चयनित गांवों में लोगों को संस्कृत भाषा बोलने, पढ़ने और समझने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्कूलों में संस्कृत को अधिक प्रोत्साहन देने के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों में भी इसका प्रयोग बढ़ाया जाएगा। सरकार का उद्देश्य है कि इन गांवों को संस्कृत भाषा और संस्कृति के केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। यह पहल न केवल राज्य की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने की दिशा में बड़ा कदम है, बल्कि भाषा को जीवंत रखने के लिए भी एक प्रेरणादायक प्रयोग बन सकता है।

उत्तराखंड सरकार राज्य में संस्कृत भाषा और भारतीय ज्ञान परंपरा को पुनर्जीवित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। संस्कृत शिक्षा विभाग ने “संस्कृत ग्राम” की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जिसे हाल ही में धामी कैबिनेट ने भी मंजूरी दे दी है। योजना के तहत राज्य के सभी 13 जिलों में से एक-एक गांव को चयनित कर वहां संस्कृत को दैनिक संवाद की भाषा बनाने का प्रयास किया जाएगा। इन गांवों में न केवल भाषा का प्रचार-प्रसार किया जाएगा, बल्कि भारतीय दर्शन, संस्कृति और परंपरा से भी नई पीढ़ी को जोड़ा जाएगा। संस्कृत ग्रामों में नियमित प्रशिक्षण, संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, ताकि लोग सरल और सहज ढंग से संस्कृत को जीवन का हिस्सा बना सकें।

इन गांव में बनेंगे संस्कृत ग्राम..
देहरादून के डोईवाला विकासखंड का गांव भोगपुर
टिहरी के प्रतापनगर विकासखंड का गांव मुखेम
उत्तरकाशी के विकासखंड मोरी का गांव कोटगांव
रुद्रप्रयाग के विकासखंड अगस्तमुनि का गांव बैंजी
चमोली के विकासखंड कर्णप्रयाग का गांव डिम्मर
पौड़ी के विकासखंड खिर्सू का गांव गोदा
पिथौरागढ़ के विकासखंड मूनाकोट का गांव उर्ग
अल्मोड़ा के विकासखंड रानीखेत का गांव पाण्डेकोटा
बागेश्वर का गांव सेरी
चंपावत में गांव खर्क कार्की
हरिद्वार में विकासखंड बाहदराबाद का गांव नूरपुर
नैनीताल में विकासखंड कोटाबाग का गांव पाण्डेगांव
उधमसिंह नगर के विकासखंड खटीमा का गांव नगला तराई

जल्द होगी शिक्षकों की तैनाती..
संस्कृत शिक्षा के सचिव दीपक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में बनने वाले इन संस्कृत गांवों में लोगों को सनातनी संस्कार, वेद, पुराण, उपनिषद, भारतीय दर्शन और ज्ञान परंपरा के बारे में बताया जाएगा। जिसके बाद लोग संस्कृत में ही अपनी रोजमर्रा की बातचीत भी करेंगे। बता दें उत्तराखंड में बनने वाले संस्कृत गांवों में संस्कृत के शिक्षकों की तैनाती भी अब जल्द होने वाली है। कैबिनेट से इस प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद अब माना जा रहा है कि जल्द ही राज्य में संस्कृत ग्राम की अवधारणा धरातल पर दिखने लगेगी। ऐसे में सीएम धामी न सिर्फ अपनी एक और घोषणा को पूरा करने की तैयारी कर चुके हैं बल्कि देवभूमि को उसकी छवि के अनुरूप ही आकार देने की तैयारियों में दिख रहे हैं।

 

 

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *