
चारधाम यात्रा में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम, 15 सुपर जोन और 137 सेक्टरों में बंटेगा पूरा रूट..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को इस बार और अधिक सख्त किया जा रहा है। पहली बार अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती का निर्णय लिया गया है, जो कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक एहतियाती कदम के रूप में उठाया गया है। उत्तराखंड पुलिस ने केंद्र सरकार से 10 अर्द्धसैनिक बल कंपनियां उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। इसमें से 6 कंपनियां गढ़वाल परिक्षेत्र (जिसमें केदारनाथ, बद्रीनाथ जैसे प्रमुख तीर्थ स्थल आते हैं) में तैनात की जाएंगी, जबकि 4 कंपनियों को कुमाऊं परिक्षेत्र (जैसे कि बागेश्वर, पिथौरागढ़ आदि) के धार्मिक स्थलों और पर्यटन क्षेत्रों में सुरक्षा ड्यूटी पर लगाया जाएगा। यह कदम यात्रा को सुरक्षित, निर्बाध और श्रद्धालुओं के लिए आश्वस्तकारी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बेहद सुनियोजित और सशक्त बनाया गया है। पहली बार यात्रा मार्ग को सुपर जोन, जोन और सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा रणनीति तैयार की गई है। पूरे क्षेत्र को 15 सुपर जोन, 41 जोन और 137 सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जिससे हर स्थान पर निगरानी और नियंत्रण और अधिक सटीक हो सकेगा। हर सेक्टर में पुलिसकर्मियों को 24 घंटे सक्रिय और भ्रमणशील रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही 6,000 से अधिक पुलिस, SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और PRD (प्रांतीय रक्षक दल) के जवानों की तैनाती की गई है। वहीं, केंद्र सरकार से 10 अर्द्धसैनिक बल कंपनियों के आवंटन की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है, जो जल्द ही राज्य को मिल सकती हैं। यह पहली बार है जब चारधाम यात्रा के लिए इस तरह का बहुस्तरीय सुरक्षा मॉडल लागू किया जा रहा है, जो हालिया आतंकी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
साथ ही पहली बार देहरादून में बने कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है। नौ स्थानों पर एएसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारियों को तैनात किया गया है। ताकि, पर्यटकों और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी हो तो उसका जल्द से जल्द निराकरण किया जा सके। अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद चारधाम यात्रा और अन्य पर्यटन क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इन स्थानों पर खुफिया तंत्र को भी हर वक्त सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।
डीजीपी दीपम सेठ ने पिछले दिनों सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों के साथ बैठक कर इस बात को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। इसी के मद्देनजर लगातार सभी जिलों में सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। अब इन क्षेत्रों में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए अर्द्धसैनिक बलों को तैनात करने की भी तैयारी की गई है। इसके लिए पिछले सप्ताह केंद्र सरकार को 10 कंपनी अर्द्धसैनिक बलों की उपलब्ध कराने की मांग भेजी गई है। इस साल पहली बार चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन में अर्द्धसैनिक बलों को भी तैनात किया जाएगा। केंद्र सरकार को इसकी मांग भेजी गई है। इनमें से छह गढ़वाल और चार कंपनी कुमाऊं परिक्षेत्र के लिए भेजी जाएंगी।