
चारधाम यात्रा में क्यूआर कोड और हेल्पबुक से मिलेगी स्मार्ट सुविधा, 14 भाषाओं में मिलेगा ट्रैवल गाइडेंस..
उत्तराखंड: इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को अब यात्रा से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी एक क्लिक में उपलब्ध होगी। यात्रियों की सुविधा और मार्गदर्शन के लिए पुलिस और परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से एक क्यूआर कोड प्रणाली तैयार की है। यह क्यूआर कोड यात्रा मार्ग और चेकपोस्टों पर प्रमुख स्थानों पर लगाया जाएगा, जिसे स्कैन करने पर श्रद्धालु रूट मैप, पार्किंग व्यवस्था, मौसम की जानकारी, आपातकालीन संपर्क नंबर, ठहराव स्थान, मेडिकल सहायता और अन्य दिशा-निर्देशों तक त्वरित पहुंच प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल डिजिटल यात्रा प्रबंधन की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को न केवल आसानी होगी बल्कि यात्रा भी अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनेगी।
आईजी रेंज राजीव स्वरूप ने जानकारी दी कि यात्रियों के लिए एक विशेष क्यूआर कोड सिस्टम तैयार किया गया है, जिसे यात्रा मार्ग और चेकपोस्टों पर लगाया जाएगा। इस क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्री पार्किंग स्थलों, ट्रैफिक प्लान, हेली सेवा रजिस्ट्रेशन, हॉल्टिंग प्वाइंट्स सहित अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं को अपने मोबाइल पर तुरंत देख सकेंगे। खास बात यह है कि यह सेवा 14 भाषाओं में उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को भाषा की बाधा का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही प्रशासन ने एक हेल्पबुक भी जारी की है, जो यात्रा मार्ग पर तैनात सभी कर्मचारियों को आपसी समन्वय और यात्रियों को सटीक जानकारी देने में मदद करेगी। यह हेल्पबुक यात्रा के सुचारु संचालन और यात्रियों की सहायता के लिए एक महत्त्वपूर्ण उपकरण साबित होगी।
पुलिस अधिकारियों के लिए यह होंगे दिशा-निर्देश..
कपाट खुलने से पहले यात्रा से संबंधित सभी तैयारियों को हर हाल में पूरा कर लिया जाए। जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और यात्रा सुगम व सुरक्षित बन सके।
पूरे यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए ड्रोन के माध्यम से सघन निगरानी की जाए।
चारधाम में जनपद और बाहर से आने वाले अतिरिक्त पुलिस बल के रहने की व्यवस्था और अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जाए।
यात्रा अवधि के दौरान सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में सक्रिय रूप से स्वयं भ्रमणशील रहें और व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
यात्रा शुरू होने से पहले सभी थाना प्रभारियों को अपने थाना क्षेत्र के व्यापार संघ, टैक्सी यूनियन और होटल व्यवसायियों के साथ समन्वय बैठकें करनी होंगी।
यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर विशेष सतर्क दृष्टि रखने और किसी भी प्रकार की अफवाह या भ्रामक सूचना पर तुरंत कार्रवाई करनी होगी।