
उत्तराखंड की महिलाओं को मिलेगा बड़ा मौका, आंगनबाड़ी में 7000 पदों पर जल्द भर्ती..
उत्तराखंड: महिला सशक्तिकरण और बाल विकास को लेकर एक बड़ा कदम उठाया जाने वाला है। राज्य में लंबे समय से खाली पड़े आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के करीब 7000 पदों पर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसकी जानकारी राज्य की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने दी। मंत्री ने कहा कि भर्ती की सभी आवश्यक प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की जा रही हैं, ताकि पात्र महिलाओं को जल्द से जल्द रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण और बाल देखभाल सेवाओं को मजबूत करेगा, बल्कि हजारों महिलाओं को स्वरोजगार का अवसर भी प्रदान करेगा। रेखा आर्या ने यह भी स्पष्ट किया कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और मेरिट आधारित होगी, जिससे योग्य उम्मीदवारों को ही मौका मिलेगा। सरकार की यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ-साथ बच्चों के समग्र विकास में भी सहायक सिद्ध होगी।बताया जा रहा है कि विभाग द्वारा जिलावार रिक्तियों का ब्योरा तैयार कर लिया गया है और जल्द ही आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी।
आज महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने ग्राम पंचायत कंडोली में नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवन का विधिवत लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 7000 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। इन पदों को भरने के लिए सरकार जल्द ही भर्ती प्रक्रिया पूरी करेगी और पात्र महिलाओं को नियुक्ति दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इससे ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा और आंगनबाड़ी केंद्रों की सेवाएं और भी सुगम और प्रभावी बनेंगी। रेखा आर्या ने यह भरोसा दिलाया कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी होगी और योग्यता के आधार पर नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने स्थानीय महिलाओं से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और स्वयं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएं। इस मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी और ग्रामीण महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद रहीं। कार्यक्रम के दौरान महिला कल्याण और बाल विकास से जुड़ी योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
करीब 12 लाख रुपए की लागत से बना कंडोली में आंगनबाड़ी भवन..
रेखा आर्या का कहना हैं कि करीब 12 लाख रुपए की लागत से बने नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवन से बच्चों को काफी फायदा मिलेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों को एक संस्था के रूप में सशक्त करने पर सरकार लगातार काम कर रही है। सरकार आंगनबाड़ी वर्करों के काम को सुगम और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए उन्हें सीयूजी (क्लोज्ड यूजर ग्रुप) सिम और मोबाइल भी दिए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 7000 से ज्यादा पदों पर आंगनबाड़ी वर्करों और सहायिकाओं की रिक्तियां निकाली गई थी, जिनके चयन की प्रक्रिया विभाग ने लगभग पूरी कर ली है। ऐसे में चयनित आंगनबाड़ी और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। वहीं नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवन उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने ‘नंदा गौरा योजना’ और ‘मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना’ के लाभार्थियों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि दोनों योजनाएं महिलाओं को सशक्त बनाने में प्रभावी भूमिका निभा रही हैं, इसका पता लाभार्थियों की प्रतिक्रिया से चलता है।