
केदारनाथ से लौटे सीएम धामी सीधे एक्शन मोड में, नैनीताल कांड पर जताई जीरो टॉलरेंस नीति..
उत्तराखंड: एक 12 साल की बच्ची के साथ इस तरह की बर्बरता समाज की सामूहिक संवेदनशीलता और सुरक्षा तंत्र पर सवाल खड़े करती है। आरोपी की गिरफ्तारी एक जरूरी कदम था, लेकिन लोगों का गुस्सा और तनाव इस बात का संकेत है कि सिर्फ कानूनी कार्रवाई ही काफी नहीं है। न्याय में तेजी और पारदर्शिता की भी ज़रूरत है। मामले की गंभीरता को देखते हुए नैनीताल जिला मुख्यालय हल्द्वानी में पैरामिलिट्री फोर्स लगाई गई है। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी केदारनाथ से लौटते ही देहरादून में नैनीताल के ताजा हालात पर बैठक की।
पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती से प्रशासन ने हालात को काबू में लाने की कोशिश की है, पर इसका स्थायी समाधान तभी संभव है जब न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास बहाल हो और भविष्य में ऐसे अपराध न हों, इसके लिए सख्त और स्पष्ट नीति अपनाई जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आपात बैठक इस बात का संकेत है कि सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है।
बैठक में पुलिस और शासन के उच्च अधिकारियों के साथ-साथ नैनीताल जिले के डीएम और एसएसपी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। सीएम धामी ने साफ किया है कि किसी भी कीमत पर हल्द्वानी या नैनीताल शहर के हालात खराब नहीं होने चाहिए, जो भी इस तरह की हरकतों में शामिल है, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
बैठक में मौजूद उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले के अधिकारियों के साथ ही कुमाऊं कमिश्नर और कुमाऊं आईजी रिद्धिमा अग्रवाल भी मौजूद थी। बैठक में सीएम धामी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि हालत पर जल्द से जल्द काबू पाया जाए। साथ ही पर्यटकों को किसी तरह की असुविधा न हो इसका बात का विशेष ध्यान रखा जाए। नैनीताल जिले में किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम धामी ने सभी अधिकारियों से नैनीताल के इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट भी मांगी है। नैनीताल के साथ ही उधम सिंह नगर भी इस तरह के एक वारदात हुई है। सीएम धामी ने कहा कि दोनों ही मामलों में आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए।
सीएम धामी का कहना हैं कि उनकी सरकार पीड़ित और उसके परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है. साथ ही जो लोग सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह फैला रहे हैं, उनके खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही सीएम धामी ने सभी जिलों में सख्ती के साथ वेरिफिकेशन अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए है। सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में इस तरह की छेड़छाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो लोग ऐसी घटनाओं से समय में मौके का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं, उनके खिलाफ भी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। बता दें कि नैनीताल में 30 अप्रैल को 65 साल के मो उस्मान पर 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। इस मामले के सामने आने के बाद ही लोगों की गुस्सा भड़क गया। कुछ लोगों ने न सिर्फ दुकानों में तोड़फोड़ की, बल्कि कोतवाली को भी घेरा। इसके साथ ही कल एक मई को इस घटना के विरोध में नैनीताल शहर बंद भी रहा, जिससे पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।