June 25, 2025
chaurabari glacier

चौराबाड़ी ग्लेशियर से बरामद मृत तीर्थयात्री का शव हेलीकॉप्टर से रुद्रप्रयाग भेजा गया..

 

उत्तराखंड: केदारनाथ धाम के ऊपर स्थित चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र से एक महाराष्ट्र निवासी तीर्थयात्री का शव बरामद हुआ है। यह क्षेत्र मंदिर से लगभग छह किलोमीटर ऊपर स्थित है और दुर्गम पहाड़ी मार्गों के कारण वहां पहुंचना अत्यंत चुनौतीपूर्ण माना जाता है।घटना की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम सक्रिय हुई और उन्होंने 6 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई कर चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र से शव को बाहर निकाला। प्राथमिक जानकारी के अनुसार मृतक महाराष्ट्र से केदारनाथ यात्रा पर आया था। प्रशासन द्वारा शव की पहचान और मृत्यु के कारणों की पुष्टि के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। घटना के बाद प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे निर्धारित और सुरक्षित मार्गों पर ही यात्रा करें, किसी भी स्थिति में अनाधिकृत या जोखिम भरे क्षेत्रों की ओर न जाएं। विशेषकर चौराबाड़ी जैसे दुर्गम इलाकों में जाने से पहले स्थानीय प्रशासन की अनुमति लेना जरूरी बताया गया है। मृतक की पहचान मनोज शत्रुघन नरहारे (37) निवासी महाराष्ट्र के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम ने अभियान शुरू किया।टीम ने करीब छह किलोमीटर की कठिन और खड़ी चढ़ाई तय कर शव को खोजा और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केदारनाथ धाम पहुंचा।

मृतक के शव को वहां से हेलीकॉप्टर की मदद से जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग लाया गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जा रही हैं। हादसे के ठोस कारणों की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। रेस्क्यू टीम ने मंगलवार को सूचना मिलने पर छह किलोमीटर दुर्गम चढ़ाई कर शव को बाहर निकाला। प्रशासन ने मृतक की पहचान की प्रक्रिया पूरी कर ली है और उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि केदारनाथ मंदिर से छह किलोमीटर ऊपर स्थित इस अत्यंत जोखिमभरे क्षेत्र में यात्री कैसे पहुंच रहे हैं। चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र तक पहुंचने के लिए कोई नियमित तीर्थयात्रा मार्ग नहीं है और वहां जाना प्रशासनिक रूप से प्रतिबंधित माना जाता है। स्थानीय प्रशासन और बचाव दल इस सवाल पर मंथन कर रहे हैं कि तीर्थयात्री बिना अनुमति और सुरक्षा इंतजामों के इस खतरनाक स्थान तक कैसे पहुंच जाते हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से निर्धारित मार्गों और निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की है। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचाव के लिए गश्त बढ़ाने और चेतावनी संकेत बोर्ड लगाने पर विचार किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की टीम ने केदारनाथ आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान पूरी सतर्कता बरतें, स्वास्थ्य ठीक न होने पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने से बचें और यात्रा मार्ग पर प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

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