June 25, 2025
bansidhar

ऋषिकेश में अनियमित निर्माणों के खिलाफ एमडीडीए ने शुरू किया व्यापक अभियान..

 

 

उत्तराखंड: ऋषिकेश में अनाधिकृत निर्माणों के खिलाफ मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) ने एक बड़ा और सख्त अभियान शुरू कर दिया है। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के निर्देश पर प्राधिकरण ने पांच विशेष टीमें गठित की हैं, जिन्होंने अब तक छह अवैध निर्माणों को सील कर दिया है।यह अभियान राज्य में अवैध निर्माणों पर अंकुश लगाने और शहर की विकास योजना के अनुरूप निर्माण कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है। एमडीडीए ने इसे एक कड़े कदम के रूप में देखा है, जो भविष्य में अनधिकृत निर्माणों को रोकने में सहायक होगा। इस अभियान से यह स्पष्ट संदेश गया है कि सरकार अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करेगी, ताकि शहर का समग्र विकास और योजना के अनुसार निर्माण सुनिश्चित हो सके।

ऋषिकेश में लगातार बढ़ रहे अनियमित और अनधिकृत निर्माणों को देखते हुए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल सीलिंग तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक ऋषिकेश में अतिक्रमण और अनाधिकृत निर्माण पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाते, तब तक यह कार्रवाई जारी रहेगी। यह अभियान प्राधिकरण के लिए एक दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है, जो शहर में अवैध निर्माणों को पूरी तरह से खत्म करने और शहर की विकास नीति के अनुरूप कार्यों को सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाने पर जोर दे रहा है। इस अभियान से यह संदेश भी गया है कि प्राधिकरण अवैध निर्माणों के खिलाफ पूरी तरह से सक्रिय रहेगा और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, ताकि भविष्य में इस प्रकार के निर्माणों को रोका जा सके।

 

अभियान के तहत जिन निर्माणों को सील किया गया है, वे बिना मानचित्र स्वीकृति और नियमों के उल्लंघन के कारण चिन्हित किए गए थे। एमडीडीए ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी यदि कोई व्यक्ति बिना स्वीकृति के निर्माण कार्य करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम प्राधिकरण की दृढ़ता को दर्शाता है कि वह शहर के विकास को व्यवस्थित और नियमन के तहत रखना चाहता है। यह कार्रवाई न केवल शहर के सौंदर्य और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अवैध निर्माणों पर नियंत्रण लगाने के उद्देश्य से भी महत्वपूर्ण है। प्राधिकरण के इस कड़े रुख से भविष्य में नियमों का उल्लंघन करने वालों में एक सख्त संदेश जाएगा।

 

 

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