
भारतीय नागरिकता प्रमाणित करने के लिए अब क्या होंगे जरूरी दस्तावेज? पढ़िए पूरी खबर..
उत्तराखंड: भारत में प्रत्येक नागरिक के पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज होते हैं, जिनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी जैसी पहचानपत्र शामिल हैं। ये दस्तावेज अक्सर विभिन्न सरकारी और निजी कार्यों में आवश्यक होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय नागरिकता साबित करने के लिए केवल इन दस्तावेजों का होना पर्याप्त नहीं है? बता दे कि अब भारतीय नागरिकता को साबित करने के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे दस्तावेजों के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ की आवश्यकता होती है। भारतीय नागरिकता की प्रमाणिकता के लिए नागरिकता प्रमाण पत्र (Citizenship Certificate) जैसे अधिक आधिकारिक दस्तावेज की मांग की जाती है। इसके अतिरिक्त, कुछ मामलों में अन्य दस्तावेज़ों की भी जरूरत पड़ सकती है, जैसे कि जन्म प्रमाण पत्र या स्थानीय निवास प्रमाण पत्र, जो यह साबित कर सकें कि व्यक्ति भारत का नागरिक है। इसमें भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि भारत सरकार के नागरिकता कानून और प्रक्रियाओं में समय-समय पर संशोधन होते रहते हैं
आधार कार्ड: आधार की बात करें तो वो केवल एक पहचान संख्य या पहचान पत्र है। ये देश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकती है। फिर चाहे वो भारत का हो या ना हो।
पैन कार्ड: तो वहीं आयकर विभाग द्वारा जारी किया गया टैक्स आइडेंटिफिकेशन नंबर पैन कार्ड टैक्स संबंधी दस्तावेज के लिए काम आता है। ये भी नागरिकता का प्रमाण नहीं है। आधार और पैन कार्ड रोज़मर्रा की जिंदगी में काफी काम आते है। इनका उपयोग बैंकिंग, इनकम टैक्स, सब्सिडी और मोबाइल नंबर वेरीफिकेशन आदि चीजों में होता है। यहीं कारण है कि सरकार इन दस्तावेजों को नागरिकता का सबूत नहीं मानती।
अब कौन से दस्तावेज़ होंगे जरूरी?
अब अगर आधार और पैन कार्ड भारतीय नागरिकता साबित करने के लिए पर्याप्त नहीं है तो कौन से दस्तावेज जरूरी होंगे। चलिए हम आपको बताते है। दरअसल सरकार इन दस्तावेजों की बजाय जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता प्रमाण पत्र को मान्यता देती है। ये डाक्यूमेंट सीधे तौर पर ये सिद्ध करते है कि भारत में व्यक्ति का जन्म हुआ है और वैध रूप से भारतीय नागरिकता उस व्यक्ति को मिली है। ऐसे में अगर आपको पास ये नहीं है तो आगे चलकर आपको किसी कानूनी प्रक्रिया या सरकारी योजनाओं और पासपोर्ट आदि में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
ये साबित करता है कि व्यक्ति भारत में जन्मा है।
नगर पालिका, ग्राम पंचायत या किसी अधिकृत सरकारी एजेंसी द्वारा जारी होता है।
इसमें जन्म की जगह, तारीख और माता-पिता का नाम होता है।
नागरिकता का मजबूत प्रमाण
नागरिकता प्रमाण पत्र (Citizenship Certificate/Naturalization Certificate) जिन्होंने देश की नागरिकता कानून (Citizenship Act, 1955) के तहत नागरिकता प्राप्त की हो ये उन्हें मिलता है।अगर आपके पूर्वज पाकिस्तान, बांग्लादेश या किसी अन्य देश से आए थे। जिसके बाद आपने भारत की नागरिकता ली है। तो ये दस्तावेज़ बहुत जरूरी है।
आम नागरिकों पर इससे क्या असर होगा?
बता दें कि अब सरकारी नौकरी, बैंक ,पासपोर्ट या विदेश यात्रा आदि मामलों में आधार या पैन कार्ड आदि काफी नहीं होंगे। अगर आपके पास जन्म प्रमाण पत्र या नागरिकता प्रमाण पत्र नहीं है तो आपको इन डॉक्यूमेंट्स को अपडेट कराना जरूरी होगा। स्कूल के प्रमाण पत्र या पंचायत का रिकॉर्ड आदि पुराने दस्तावेज भी तभी स्वीकार किए जाएंगे जब वो सर्टिफाइड होंगे।
अगर नहीं है तो क्या करें?
अगर आपके पास भी जन्म प्रमाण पत्र नहीं है तो घबराए नहीं। आप तुरंत ही स्थानीय नगर निगम या पंचायत कार्यालय से इसका आवेदन कर सकते है। अगर आपके पूर्वज भारत के नहीं थे। तो नागरिकता प्रमाण पत्र बनाए और जल्द से जल्द लें। इसके साथ ही अपने बच्चों के जन्म के समय प्रमाण पत्र बनाकर उसे संभालकर जरूर रखें। इन इम्पोर्टेंट डॉक्यूमेंट्स की डिजिटल और फिजिकल कॉपी भी रख सकते है।
दस्तावेज़ का नाम कहां से बनवाएं
जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम / पंचायत कार्यालय
नागरिकता प्रमाण पत्र गृह मंत्रालय (MHA)