
12वीं पास लड़कियों को विदेशों में नौकरी का मौका, राज्य सरकार की योजना से बदलेगा भविष्य..
उत्तराखंड: राज्य सरकार प्रदेश की 12वीं पास मेधावी बेटियों को जापान में रोजगार का अवसर देने जा रही है। इस योजना के तहत चयनित बेटियों को निशुल्क जापानी भाषा का कोर्स करवाया जाएगा। कोर्स पूर्ण करने के बाद उनका इंटरव्यू लिया जाएगा और सीधे ‘केयर गिवर’ (Care Giver) जॉब में नियुक्ति का मौका मिलेगा। राज्य सरकार द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य युवतियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। योजना के तहत जापानी भाषा का प्रशिक्षण राज्य सरकार द्वारा पूर्णतः निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इच्छुक उम्मीदवारों को समय रहते आवेदन करने की सलाह दी गई है। कोर्स के बाद बेटियों को जापान भेजा जाएगा, जहां वे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में केयर गिवर के रूप में काम करेंगी। यह योजना राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण एवं कौशल विकास पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है, जिससे न केवल बेटियों को विदेश में काम करने का अवसर मिलेगा बल्कि वे आर्थिक रूप से भी आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
उत्तराखंड की बेटियों के लिए मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना बन रही है सपनों को साकार करने का माध्यम। इस योजना के तहत राज्य सरकार का सेवायोजन विभाग अब तक कई होनहार बेटियों को विदेशों में रोजगार दिला चुका है और अब नए बैच की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस योजना के अंतर्गत 12वीं पास 19 से 27 वर्ष की आयु की बेटियाँ आवेदन कर सकती हैं। वे बेटियाँ जो या तो 6 माह का जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (GDA) कोर्स कर चुकी हैं, या फिर जापानी भाषा सीखने के प्रति उत्साहित हैं, उन्हें निशुल्क भाषा प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरांत उनका इंटरव्यू लिया जाएगा और सफल अभ्यर्थियों को जापान में ‘केयर गिवर’ के पद पर नियुक्त किया जाएगा। योजना का उद्देश्य है कि प्रदेश की बेटियाँ न केवल आत्मनिर्भर बनें बल्कि वैश्विक स्तर पर कार्य कर सकें। इस पहल के तहत न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि संस्कृति, भाषा और तकनीकी कौशल में भी विकास होगा।सेवायोजन विभाग ने इच्छुक अभ्यर्थियों से समय रहते आवेदन करने की अपील की है। यह योजना उत्तराखंड सरकार की महिला सशक्तिकरण और कौशल विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया निशुल्क है, और इच्छुक बेटियाँ अपने दस्तावेज़ विदेश रोजगार प्रकोष्ठ की ईमेल आईडी mccsahaspur@gmail.com पर भेज सकती हैं। इस योजना में वे अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। जिन्होंने 12वीं पास कर रखी हो साथ ही जिनकी आयु 19 से 27 वर्ष के बीच हो। जिन्होंने 6 माह का जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (GDA) कोर्स किया हो या जो जापानी भाषा सीखने के लिए इच्छुक हों साथ ही, ANM पास अभ्यर्थियाँ भी आवेदन के लिए पात्र हैं। विभाग जून माह में नया बैच शुरू करने जा रहा है। चयनित अभ्यर्थियों को छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, उसके बाद इंटरव्यू के माध्यम से अंतिम चयन किया जाएगा। योजना के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों को निशुल्क जापानी भाषा का छह माह का कोर्स, आवास और भोजन की सुविधा, और अंततः एक से डेढ़ लाख रुपये तक का मासिक वेतन प्राप्त होगा। इस योजना के तहत सरकार न केवल प्रशिक्षण दे रही है, बल्कि बेटियों को आवास और भोजन की भी पूर्ण व्यवस्था कर रही है, ताकि वे पूरे ध्यान और समर्पण से सीख सकें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करियर बना सकें।
जर्मनी के लिए नर्सिंग छात्रों का इंटरव्यू जुलाई में
जर्मनी में नर्सिंग क्षेत्र में नौकरी दिलाने की दिशा में प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष शुरू किया गया पहला बैच अब अंतिम चरण में है। सरकार द्वारा भेजे गए 15 युवाओं के पहले बैच का जर्मन भाषा प्रशिक्षण अब लगभग पूरा हो चुका है। जुलाई में उनकी चयन परीक्षा आयोजित की जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों को जर्मनी भेजा जाएगा, जहां उन्हें 2.5 से 3 लाख मासिक वेतन मिलेगा। इसके अतिरिक्त,27 युवाओं का दूसरा बैच भी वर्तमान में जर्मन भाषा का प्रशिक्षण ले रहा है। इनकी चयन संबंधी परीक्षा जनवरी 2026 में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के अंतर्गत चलाई जा रही यह पहल युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के युवा ग्लोबल वर्कफोर्स का हिस्सा बनें और उच्च आय वाले रोजगार प्राप्त कर सकें।