June 25, 2025
chief election commissioner

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्टॉकहोम में प्रवासी भारतीयों से किया संवाद..

 

उत्तराखंड: भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार 10 से 12 जून तक स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में आयोजित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन “इलेक्टोरल इंटीग्रिटी (चुनावी अखंडता)” विषय पर अंतरराष्ट्रीय संस्था IDEA (International Institute for Democracy and Electoral Assistance) द्वारा आयोजित किया गया है। इस सम्मेलन में दुनिया भर के चुनाव आयोगों, लोकतंत्र समर्थक संस्थानों और विशेषज्ञों की भागीदारी हो रही है, जहां चुनावी पारदर्शिता, निष्पक्षता, तकनीकी नवाचार और जनभागीदारी बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार भारत के विशाल और जटिल चुनावी अनुभव को वैश्विक मंच पर साझा कर रहे हैं। वे भारत के लोकतांत्रिक ढांचे, EVM-VVPAT प्रणाली, वोटर एजुकेशन, साइबर सुरक्षा, और चुनावों में तकनीकी सुधारों की जानकारी अन्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ साझा करेंगे।यह सम्मेलन चुनाव प्रक्रिया को और अधिक मजबूत, पारदर्शी और समावेशी बनाने की दिशा में वैश्विक प्रयासों का हिस्सा है। ज्ञानेश कुमार की भागीदारी भारत की लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता और चुनाव प्रबंधन में नेतृत्वकारी भूमिका को दर्शाती है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार इन दिनों स्वीडन को भारत की ओर से मुख्य उद्घाटन भाषण देने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया, जो भारत की वैश्विक लोकतांत्रिक प्रतिष्ठा का प्रतीक है। अपने भाषण में उन्होंने भारत के लोकतांत्रिक ढांचे, विशाल चुनावी अनुभव, EVM-VVPAT प्रणाली, पारदर्शिता और समावेशिता पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि भारत जैसे विविधता भरे देश में चुनाव संचालन करना किस तरह से दुनिया के लिए एक उदाहरण बन चुका है। अपने दौरे के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने स्वीडन में रह रहे भारतीय प्रवासियों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने विदेशों में रह रहे भारतीय मतदाताओं को चुनाव प्रक्रिया से जोड़ने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों की जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से विदेशी मतदाताओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और डाक मतपत्र जैसे प्रयासों की जानकारी दी। इस सम्मेलन में भारत की भागीदारी न केवल चुनावी प्रबंधन में देश की नेतृत्व भूमिका को दर्शाती है, बल्कि प्रवासी भारतीयों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ने के प्रयासों को भी वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करती है। बता दें इस सम्मेलन में 50 देशों के 100 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. सीईसी इस यात्रा में विभिन्न देशों के चुनाव आयुक्तों से द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। उनके साथ आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं।

 

 

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