November 12, 2025
jungle safari

कार्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीव प्रेमियों के लिए तैयारियां, बिजरानी गेट 15 अक्टूबर से खोले जाएंगे..

 

उत्तराखंड: उत्तराखंड में जंगल सफारी और वन्यजीव पर्यटन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। कार्बेट टाइगर रिजर्व (CTR) में वन मोटर मार्ग की मरम्मत के साथ ही सफारी वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि 15 अक्टूबर से बिजरानी गेट सामान्य पर्यटक प्रवेश के लिए खुल जाएगा। तराई पश्चिम वन प्रभाग के फाटो रेंज में नाइट स्टे की सुविधा शुरू करने को लेकर भी कार्य प्रगति पर है। CTR में हर वर्ष लगभग साढ़े तीन लाख से अधिक पर्यटक बाघ समेत अन्य वन्यजीवों को देखने पहुंचते हैं। वन्यजीव प्रेमियों के लिए यहाँ डे सफारी और नाइट स्टे दोनों की सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो पर्यटन का प्रमुख आकर्षण हैं। CTR निदेशक साकेत बडोला का कहना हैं कि इस बार मानसून की भारी बारिश के कारण वन मोटर मार्ग को विशेष नुकसान पहुंचा। हमने मार्ग की मरम्मत और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी है ताकि पर्यटकों की यात्रा सुरक्षित और सहज हो। वन अधिकारियों ने कहा कि सफारी वाहनों के पंजीकरण और गाइडिंग सिस्टम को भी अपडेट किया जा रहा है, ताकि पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके। इसके साथ ही नाइट स्टे के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर भी तेजी से काम चल रहा है। उत्तराखंड सरकार वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। CTR में डे-सफारी और नाइट स्टे के साथ-साथ पर्यटक सुविधाओं में सुधार का उद्देश्य सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन वृद्धि को संतुलित करना है।

वन्यजीव पर्यटन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व में वन मोटर मार्ग की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि सबसे पहले बिजरानी गेट को खोलने की तैयारी की जा रही है, जहां मार्ग, पुलिया और अन्य क्षतिग्रस्त स्थानों की मरम्मत की जा रही है। सफारी अनुभव को बेहतर बनाने के लिए फॉरेस्ट रेस्ट हाउस को भी ठीक किया जा रहा है और पर्यटक सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार बिजरानी गेट के बाद अन्य गेट 15 नवंबर से खुलेंगे, ताकि पर्यटन सीज़न में पर्यटकों को सुविधा मिले। डीएफओ तरुण एस ने कहा कि सफारी वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे पर्यटकों की यात्रा व्यवस्थित और सुरक्षित हो सके। राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक कोको रोसे ने बताया कि इस साल मानसून में वन मार्गों को काफी क्षति पहुंची है। मार्गों की मरम्मत के साथ-साथ अन्य आवश्यक कार्यों को भी प्राथमिकता दी गई है। जब यह मार्ग पूरी तरह से ठीक हो जाएगा, तब 15 नवंबर के बाद सफारी के लिए खोल दिया जाएगा। राजाजी टाइगर रिजर्व में वन्यजीव पर्यटन के लिए मार्गों की समय पर मरम्मत और सुविधाओं का उन्नयन सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है। इससे न केवल पर्यटकों को सुरक्षित और सहज अनुभव मिलेगा, बल्कि राज्य के वन्यजीव पर्यटन में भी वृद्धि होगी।

 

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