महिला सशक्तिकरण में उत्तराखंड अग्रणी, 1.65 लाख लखपति दीदी-PM के सामने पेश होगा सफल मॉडल..
उत्तराखंड: उत्तराखंड के ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को अपने कैंप कार्यालय में एक बैठक की, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की प्रगति का आकलन किया और आगामी केंद्र-राष्ट्रिय कार्यक्रमों की तैयारियों की रणनीति बनाई। इस समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारी मौजूद थे, और मंत्री ने योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू करने तथा राज्य की सफल कार्यप्रणालियों को राष्ट्रीय मंच पर पेश करने के निर्देश दिए। बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 5वां राष्ट्रीय सम्मेलन दिसंबर 2025 के पहले सप्ताह में ICAR, पूसा, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में Thematic Meals की अवधारणा के तहत राज्यों और केंद्र के बीच विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञीय सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें कई नोडल मंत्रालय एवं विभाग शामिल होंगे। गणेश जोशी ने कहा कि सीएम निवेश और सतत ग्रामीण विकास सुनिश्चित करने की दिशा में NRLM जैसी योजनाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीण गरीबों की आजीविका सशक्तिकरण हेतु स्व-सहायता समूहों (SHG) की भूमिका और उनकी क्षमता को और बढ़ाने पर ज़ोर दिया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य की बेहतरीन प्रैक्टिसेस जैसे कि समूह वित्त, प्रशिक्षण मॉड्यूल्स, और सामाजिक सुरक्षा प्रयास को राष्ट्रीय स्तर पर साझा किया जाना चाहिए, ताकि अन्य राज्यों भी उनसे सीख सकें और उनकी नकल कर सकें। अधिकारियों ने आगे कहा कि सम्मेलन के दौरान नोडल मंत्रालयों के साथ संरचित चर्चा बैठकें होंगी, जिससे राज्यों को अपनी प्रगति और चुनौतियों को सामने लाने का मौका मिलेगा। यह मंच राज्य-केन्द्र सहयोग को मजबूत करेगा और ग्रामीण आजीविका योजनाओं को और अधिक ऊँचाई पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, इस समीक्षा बैठक में जोशी ने एक समयबद्ध क्रियान्वयन योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि NRLM के तहत चल रही प्रोजेक्ट्स की गति बनी रहे और उन्हें तेजी से जमीन पर फल-फूलने का अवसर मिले।
ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उत्तराखंड की उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। इसी क्रम में केंद्र सरकार ने आगामी राष्ट्रीय सम्मेलन में राज्य को विशेष दायित्व सौंपा है, जिसका उद्देश्य है राज्यों की उत्कृष्ट पहलों को साझा करना और ग्रामीण विकास के लिए सामूहिक रणनीति तैयार करना। इस राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन को ‘लखपति दीदी 3.0 ग्रामीण महिलाओं की आय बढ़ाने हेतु वैल्यू चेन विकास’ विषय पर आधारित थीमैटिक मील का Convenor नियुक्त किया गया है। यह उत्तराखंड के ग्रामीण विकास मॉडल और विशेषकर महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) द्वारा आजीविका वृद्धि में हासिल की गई प्रगति का बड़ा सम्मान माना जा रहा है। उत्तराखंड का दायित्व सबसे महत्वपूर्ण सत्रों में से एक माना जा रहा है, क्योंकि ‘लखपति दीदी 3.0’ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिला सशक्तिकरण का प्रभावी मॉडल बन चुका है।
- ग्रामीण महिलाओं की वार्षिक आय में उल्लेखनीय वृद्धि हेतु वैल्यू चेन को मजबूत बनाना।
- महिला स्वयं सहायता समूहों की सामुदायिक संस्थाओं को एंटरप्राइज विकास की दिशा में प्रोत्साहित करना. उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और विपणन को जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना।
- ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना।
- आजीविका मिशन के सफल मॉडलों को देशभर में साझा करना आदि।
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सम्मेलन में उत्तराखंड की भागीदारी प्रभावी, नवाचारपूर्ण और परिणाममुखी हो। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आय-सृजन कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ाते हुए राज्य की उपलब्धियों को इस मंच पर प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि लखपति दीदी मॉडल उत्तराखंड की प्रेरणादायक सफलता कहानी है, जिसे और सुदृढ़ कर अधिक से अधिक ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक प्रदेश में 1.65 लाख से अधिक लखपति दीदी बन चुकी है। मंत्री जोशी ने अधिकारियों को सभी तैयारियों को समयबद्ध रूप से पूरा करने और केंद्र सरकार के साथ सतत समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए।
